मै स्त्री हूँ हर मुश्किल से खुद को  उबार लेती हूं। नही मिलता वक्त फिर भी  अपने लिए निकाल लेती हूं। टूटती हु बार बार अंदर से  फिर भी अपनो के लिए मुस्कुरा  देती हूं। ठहराई जाती हूं गलत मै  कई बार फिर भी जरा चुप्पी साध लेती हूं  मैं […]

उनके चेहरे को देखा तो,अपना भी कल नजर आया । वो चेहरे पर झुर्रियां, होठों पर कपकपी, पिचके हुए गाल, उफ़! आँखों में बेवशी । लाख कोशिश की हमने,पर बुढ़ापे का कोई न हल नजर आया। उनके चेहरे को देखा तो,अपना भी कल नजर आया ।।1।। श्वेत अधझड़े बाल, दाँतों […]

मान समाज मे मिलता है जो रहते निरहंकार मुख से जो मीठा बोले दुनिया करती उनसे प्यार मैं मैं जिनमे न हो दुनिया के वो अपने है मैं मैं जिनके अंदर है न वो गैरो के न अपने है उजले बनो मन से बनो आत्मा से सबल बनो परमात्म भी […]

पहली बार लगा कि पापा बूढ़े होने लगे हैं हौसले तो बुलन्द हैं कदम लड़खड़ाने लगे हैं अब चलते चलते वो थकने लगे हैं । पापा बूढ़े ……….. जिन कन्धों पर बैठ कर घूमी रात दिन मै आज वो कन्धे खुद सहारा ढूँढने लगे हैं । पापा बूढ़े ……. आंखों […]

 परिणामों से बचो, मनुष्य धर्मस्थानों में बंधता है या सब जगह बंधता है? व्यापार करते हुए, भवन बनवाते समय या चाहे जो पाप क्रिया करते हुए मनुष्य बंध सकता है या नहीं? मनुष्य किसी भी जगह और किसी भी अवस्था में बंध सकता है। इसलिए यथासंभव परिणामों में बिगाड़ हो, […]

पाकिस्तान के तहरीके-तालिबान का सरगना मुल्ला फजलुल्लाह मारा गया, यह खबर हमारे लिए जितनी खुश-खबर है, उससे ज्यादा पाकिस्तान के लिए है। अफगानिस्तान के लिए भी है और अमेरिका के लिए तो है ही, क्योंकि उसकी फौज ने ही इस खूनी मुल्ला को ड्रोन हमले में मार गिराया है। इस […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।