वो झिलमिलाती ,इठलाती, महकती हिंडोले झूलती,नन्दनवन सी,चमकते तारे सी, टिमटिमाते हवाईजहाज सी चंचल मीन सी वो दूरबीन सी शेर की दहाड़ सी, राजकुमारी के ताज सी मलय समीर सी,रांझा के हीर सी सपनों की मिठास सी,मयूर,कोकिल,कीर सी *वो ख्वाहिशें…………. आज जाने कहाँ खो गई जिंदगी की अधरझूल में हिचकोले खाती […]
