टूटे हुए दिल को फिर से जोड़ने आया हूँ, मैं तुम्हारे दिल में घर अपना बनाने आया हूँ। तुम रुठी रहो मुझसे अनोखे से अंदाज में, मोहब्ब्त भरे अंदाज से तुम्हें मनाने आया हूँ। गई थी तुम,मेरी चाहत की गली छोड़कर, आज अपने दिल में तुम्हें बसाने आया हूँ। ओ […]
उदगम् स्थल में,अति सूक्ष्म- सी, कल कल मस्ती में,शैशव-सी जिंदगी नदी-सी। मुश्किलों से भिड़ जाती बाधाओं, पर्वतों से टकराती- सी, जिंदगी नदी-सी। जहाँ से जाती बालू सिमटाती सब प्रेम भरे रिश्तों नातों-सी, जिंदगी नदी-सी। मैदानों में शांत चित्त-सी, प्रपातों में उग्र व्यग्र-सी.. जिंदगी नदी-सी। सभ्यताओं के संग बहती-सी, लेकर सब […]