तेरे शहर से चुपचाप कहाँ जाऊंगा, बारिशें होंगी तूफान भी आएंगे पेड़,पौधों को सही, याद बहुत आऊंगा। मैं अकेला चला, भीड़ में भीड़ में किसे पाऊंगा, नया जहां,नई जगह नई भोर में बनाऊंगा। तेरे शहर को, तेरे भरोसे छोड़ मैं चला जाऊंगा, लौटकर जल्दी इत्मिनान रख वापस यंही आऊंगा। गीत […]
बेटी हिन्दी संस्कृता,अंग्रेज़ी का ज्ञान। उर्दू अरबी फारसी,बहुभाषा सम्मान॥ बेटी हिन्दी की विधा,धारे रुप अनेक। व्याकरण के ज्ञान से,करती अलग विवेक। बेटी कहानी रुप है,कविता आतम मान। रेखाचित्रा लघुकथा,निबंध पत्र को ज्ञान। नाटक अरु एकांकी,अरु कहो उपन्यास। डायरी अरु संस्मरणा,हिन्दी का इतिहास॥ यात्रा वृत्तांत है,भेंटवार्ता वार्ता आन। जीवनियाँ,आलोचना,गद्य विधा का […]