क्यूं कोसते हो उन लम्हों को, वो जिंदगी भी तो आप ही ने जी थी.. क्यूं कहते हो कि मैं मजबूर हूं, वो मजबूरी भी तो अपने सिर आप ही ने ली थी। क्यूं समझते हो उन लम्हों को बैखौफ, उन लम्हों की शुरुआत भी आप ही ने की थी। […]
या कह दो कि नहीं है प्यार। नेह निमंत्रण प्रियवर बोलो, है स्वीकृत या अस्वीकार॥ प्यार करो तो करो……। मचल मचलकर दिल रह जाए, दूरी क्षण भर सही न सही जाए! और परीक्षा कितनी होगी, दारुणदुख प्रिय कितने दोगी? सीधे-सीधे हमसे कह दो, रास न आया मेरा प्यार॥ नेह निमंत्रण […]
पाकिस्तान की आतंकवादी लंका जला दो मोदी जी, कराची के सीने में अब बम फुड़वा दो मोदी जी। कब तक खेल चलेगा खूनी विक्रम और बेताल का, लाहौर के सीने में आग लगवा दो मोदी जी। माँगे उजड़ी है पत्नी की राखी सूनी हो […]
(श्री गोस्वामी तुलसीदास जयन्ती) मोह रहे जनमानस को, कह राम-कथा तुलसी सु विरागी। देव-अदेव सभी नत हैं, महिमा सुनि प्रीति सदा उर जागी। राघव-प्रीति कृपा करुणा, बिन जीवित हैं हत आह! अभागी। श्री हरि रूप अनूप धरे, हरते हर पीर व्रती बन […]
गूँज उठी कानों में, अजन्मी बेटी की आवाज। एक बार तो बतादो ना, मुझको मारने का राज॥ क्या? खता हुई मुझसे, या हो गई मुझसे नादानी। अपने होकर क्यों? कर रहे, हो मेरी खतम कहानी। हाथ जोड़ विनती करती, सुन लो दिल की आवाज। गूंज उठा कानों में……॥ मैं तुम्हारा […]
मैं मन में तेरी याद सजाए बैठा हूँ, तू भूल गई मुझको तो कोई बात नहीं। तेरी पीड़ा निज मन मंदिर में स्थापित कर, करता हूँ जाने कब से नित तेरा पूजन नयनों के जल का अर्घ्य,हृदय प्रतिमा के पुष्प, विरहाग्नि की सुलगा धूप,दुःखों का घिस चंदन प्राणों की आरती […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।