सभी को अमीर होने का एक जुनून चढ़ा है सभी को कुर्सी पर ताबीज होना है और फिर बंदरबांट का खेल खेलना है।यह आज की राजनीति और उनके चरित्र हैं। ताजा उदाहरण हम सबने लोजपा का देखा।जहां नैतिकता और शिष्टाचार का पतन चरम सीमा पर था।यह कैसी ओछी परिदृश्य भारतीय […]

इस बात का डर है, वो कहीं रूठ न जायेंI नाजुक से है अरमान मेरे, कही टूट न जायें।। फूलों से भी नाजुक है, उनके होठों की नरमी I सूरज झुलस जाये, ऐसी सांसों की गरमी I इस हुस्न की मस्ती को, कोई लूट न जायें I इस बात का […]

रुपेश कुमार(स्वतंत्र पत्रकार) : – परिमल मित्र स्मृति महाविद्यालय, मालबजार , जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित 17 दिवसीय छात्र वेबिनार का दूसरे दिन भी कार्यक्रम पूर्णरूपेण सफल रहा। मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की प्रभारी अध्यक्ष श्रीमती नंदिता मुखर्जी ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें […]

वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप के जन्म जयंती के शुभ दिवस पर आल्हा छंद शतकवीर सम्मान समारोह का आयोजन हर्ष उल्लास के साथ संपन्न हुआ । इस आयोजन में संस्थापक कलम की सुगंध संजय कौशिक विज्ञात, महासचिव अर्णव कलश एसोसिएशन- डाॅ अनिता भारद्वाज अर्णव, मंच संचालिका अनिता मंदिलवार सपना, अध्यक्ष- बाबूलाल […]

भारत सरकार में कार्यरत अधिकारी अंग्रेजी की सेवा में अंग्रेजों से भी आगे हैं इसलिए भारत सरकार की पूरी प्रशासनिक व्यवस्था अंग्रेजी में संचालित की जाती है और यह बात जगजाहिर है। हर सरकारी योजना और ऑनलाइन सेवा में भारत सरकार के अधिकारी अंग्रेजी थोपने से बाज नहीं आते हैं। […]

धड़कनो को चलाने के लिए रक्त शरीर में होना चाहिए। रक्त की बूंदों से ही इंसान जीवित रहता है। इसलिए तो रक्त का शरीर में होना अति आवश्यक है। यह मानव शरीर में स्वयं ही खाने पीने आदि से बनता है।। करो रक्त का दान तुम औरों को जीवन देने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।