(१) उद्भव जिनसे हुआ उन्हें ही भूल अधिकतर जाते। ओदे-सूखे खुद रह पाला जिसने उन्हें भुलाते। हुए स्वतंत्र और आये जैसे ही पैसे गल्ला; बिसराकर सब फ़र्ज़ बहुत अपशब्द सुना ठुकराते। (२) ब्याह रचाते ही बहु होते अलग पिता-माता से। स्यात न रखते कुछ भी मतलब ‘दक्ष’ पिता-माता से। खाने […]