झूठ के हाथों सत्य का अपहरण हो गया है शासन-प्रशासन देश का कुम्भकरण हो गया है पैसे वाले जीत जाते है हर बार वहां पर इंसाफ के मंदिरो का बाजारीकरण हो गया है ….. खूब चल रहा है बाबाओं का ढ़ोंग धतुरा अंधविश्वास मे डूबा है भारत देश पुरा सियासत […]

अमीरी गरीबी में बटी ये इंसानों की बस्ती कहीं कोई घर है अंधियारे में डूबा हुआ कहीं किसी घर में अँधेरा है शौक का कहीं जिंदगी ये बनी है दर्द सी कहीं दर्द बनी है ये जिन्दगी कितनी जुदा है ये इंसानों को बस्ती भूख से व्याकुल कहीं रोती है […]

आगे बढना शिखर पर चढना आसान नहीं है भाई काटे जाते हैं पर बरसते हैं पत्थर कदम-कदम पर बिछाए जाते हैं काँटे खोदी जाती है खाई आगे बढना शिखर पर चढना आसान नहीं है भाई इस जालीदार दुनिया में सूख गयी है विश्वास की दरिया अपने ही लोग लगे हैं […]

हो हो हो —————– मुझे क्षमा करना , ओ मुनिराज। मुझे क्षमा करना , ओ मुनिराज। सबसे पहले लूँगा, आचार्य श्री का नाम। सबसे पहले लूँगा विद्यासागर का नाम।। त्याग और तपस्या, कि मूरत है वो। निश्चय और व्यवहार, कि सूरत है वो। ज्ञान का इतना, भरा है भंडार । […]

. 💦१ 💦 सावन शृंगारित करे, वसुधा, नारि, पहाड़। सागर सरिता सत्यशिव,नाग विल्व वन ताड़। . 💦२ 💦 दादुर पपिहा मोर पिक, नारी धरा किसान। सबकी चाहत नेह जल,सावन सरस सुजान।। . 💦३ 💦 नारि केश पिव घन घटा, देख नचे मन, मोर। निशदिन सपन सुहावने,पिवमय चाहत भोर। . 💦४ […]

हिंदी विश्‍वविद्यालय में त्रि-दिवसीय राष्‍ट्रीय परिसंवाद का समापन वर्धा, दि.23 अगस्‍त 2019: गांधी जी अपने जीवन में निरंतर संशोधन करते थे। उनके समस्‍त जीवन दर्शन का सही और व्‍यापक मूल्‍यांकन होना अभी भी बाकी है। उनका जीवन आधुनिकता का दस्‍तावेज है। समाज के आखरी व्‍यक्ति के विकास के वे पक्षधर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।