अपनी ही धुन में मगन देखते हैं फैशन का इस तरह चलन देखते हैं मर्यादा रखी गई ताक पर अधनंगा बदन देखते हैं लोग अपने आप मे सिमटने लगे खो रहा अपनापन देखते हैं रिश्तों में हो रही खटास जुबान पे कड़वापन देखते हैं तालुक कौन रखता है झोपड़े वालों […]
जिंदगी में हमने की बहुत गलतियां। पर हमको इसका पता ही नहीं। मांगू माफ़ी किस किस गलती की। जबकि हमको पता ही नहीं।। कितनी उलझने हैं मेरे जीवन में। जीवन को खुद ही पता नहीं। जिस को मैनें दिल से चाहा । जबकि उसको तो पता ही नहीं।। कब आ […]
दिव्य छंद तुलसी रचे, भारत हुआ कृतज्ञ। मै, उनके सम्मान में, दोहे लिखता अज्ञ।। हुलसी तुलसी गंध सी, सेवित तुलसीदास। भाव आतमा राम से, मानस किया उजास।। नरहरि जी सद्गुरु मिले,पायक हनुमत वीर। रत्नावली से राम का, मिला पंथ मति धीर।। मानस मानस में रखे, पहचाने अरि मित्र। तुलसी ने […]
नवजात के मन मे कोई भय नही होता जब तक वह जीवन मे कुछ पा नही लेता कुछ पा लेने पर उसके खो जाने का डर है यही तनाव, चिंता , परेशानी का घर है इसी के लिए भाग्य रेखा में अपना भविष्य खोजते है हाथ की लकीरों में तरक्की […]
तुम चाँद के एकांत प्रेमी जो तकते हो सारी रात पी जाते हो चंद्र किरण विषदर्शन से त्याग देते प्राण इसलिए वो तुम्हें पालते रहे ऐ चकोर! आखिर क्यों करते हो ऐसा? आखिर क्यों करते हो प्रेम? आखिर क्यों तजते हो प्राण? कारण जो भी हो, पर तुम नीरा मूर्ख […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।