चेहरा ये कैसा होता गर आँख नहीं होती. दिल कैसे फिर धड़कता गर आँख नहीं होती. रक़ीब से भी बदतर हो जाते कभी अपने. मालूमात कैसे होता गर आँख नहीं होती. कितना हसीन है दिल चाक करने वाला. एहसास कैसे होता गर आँख नहीं होती. कुर्सी के नीचे बर्छी आखिर […]

आपको जो देख ले वो देखता ही रह जाए, लाखों और करोड़ों में चाँद-सा ये रूप है आपको बनाने वाला आप ही हैरान-सा है, कौन-सी घड़ी में बनी सूरत अनूप है। सूरज भी शरमाए देख तेज चेहरे की, आप आएं छाँव में तो खिल जाती धूप है। फुरसत में आपको […]

हर गुजरते पल से थोड़ी खुशियाँ चुराइए, चमन की कली-कली को प्यार से सहलाइए। चाहते हैं हो तरक्की वतन और अवाम की, बेटियाँ बचाइए और बेटियाँ पढ़ाइए। बेटियाँ हैं भार नहीं,बेटियाँ आभार हैं, सृष्टि का दिया हुआ अमोल उपहार हैंl इनकी एक हँसी पे अपने दो जहाँ लुटाइए, बेटियाँ बचाइए […]

जब भी हम किसी काम में असफल होते हैं तो हमेशा से ही,अपने बड़ों से सुनते आए हैं कि,-`हिम्मत रखो,फिर से कोशिश करो,सफलता जरूर मिलेगी`,लेकिन आज के बच्चे बेचारे,उतने सफल नहीं हो पाते जितनी वो मेहनत करते हैं। सबसे बड़ा कारण आरक्षण नीति है। कोई विवाद न हो, इसलिए यह […]

  धूप और धूप ही तो हर तरफ पसर गई। छांव तो बदल ली,छांव जाने किससे डर गई, तीखी धूप लग रही है हाट में-बाजार में। लूटने का चलन देखो सेठ-साहूकार में, छांह की पनाह खोजते गरीबी मर गई। छांव तो बदल ली,ठांव जाने किससे डर गईll लम्बी-चौड़ी बातें करके […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।