फितरतें ही सब कहती है कुछ इंसान नहीं कहता है ये बाईबल या गुरुग्रंथ का ज्ञान नहीं कहता है यूं धर्मों के नाम पर हम खून के प्यासे हो जाएं ये गीता नहीं कहती ये कुरान नहीं कहता है धर्मों के नाम पर हम खेलें क्यों खेल खूनी बहनों को […]
kumar
साहित्य संगम संस्थान के विषय छंदोत्सव विशेषांक समीक्षा पर राजवीर सिंह मंत्र जी,मीना भट्ट जी,छगनलाल विज्ञजी,गुणवती गार्गी जी,बाबा कल्पनेश जी,सुनील कुमार अवधिया जी,महालक्ष्मी मेधा जी,भावना दीक्षित जी,भारती वर्मा जी,हरीष विष्ट जी,आरती डोंगरे जी,राजेश कौरव जी,ने बहुत सारगर्भित समीक्षा कर इस विशेषांक की सराहना की शुभकामनाएं दी।अत्यंत खुशी की बात ये […]