तुझे पहली नज़र में दिल दे बैठा हूँ पहचाने बगैर आज इश्क़ कर बैठा हूँ हो न हो जीवन का राग तुम ही हो बिन लफ्ज़ों के ये इज़हार कर बैठा हूँ तुम चाॅदनी पूनम की उजियार लगी तुझे पाने का यार इंतजार कर बैठा हूँ ऐ दिलरूबा दिले हालात […]

एक नजर क्या मिला,काम तमाम हो गया, न चाहा फिर भी ये दिल,आपके नाम हो गया। चाहत भरी मुस्कुराहट,नटखट भरी अदाओं में, मैं खोकर खयालों में,फिजूल बदनाम हो गया। किसी ने कहा था कि,इश्क बड़ा मधुर होता है, फकत चंद लम्हों की खुशी,दर्द सरेआम हो गया। हम अल्हड़ तितली-सा,फूलों पर […]

इंसान तेरी इंसानियत को डूबते देखा है, दूसरों की बुराइयों को ढूंढने वाले तेरे खुद की नीयत को बदलते देखा है। इंसान तेरी इंसानियत…॥ शिकवा करें किससे,कि सिकन्दर ही साबुत नहीं। घुटकर रह जाती,सच्चाई कण्ठ पर, दिखता है,कोई महफूज नहीं॥ कसक कसौटी की विलाप यहाँ, झर-झर के आँसू को,बहते देखा […]

एक मृदुल वायु का झोंका मुझे इस कदर छूकर निकल गया, कि मेरा ध्यान एकाएक वहीं स्तब्ध रह गया, मेरे रूह को इतना प्यारा अनुभव पहली दफा हुआ था, जो बरबस ही सोचने पर मजबूर कर दिया, कि वह जादू भरी पवन मेरे जेहन में किसका एहसास दिलाने का प्रयास […]

संयम के केन्द्र को विस्तार कर देना, एक आश्चर्यजनक घटना है। यह घटक अक्सर हमारे बीच, लागू होता रहता है, जो व्याकुलता की सीमा लांघकर, सब्र के गले को शुष्क कर देता है, लाखों की भीड़ में भी हमें अकेला कर देता है, किसी का इन्तजार॥         […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।