ईद उन्हें मुबारक हो, होली इन्हें मुबारक हो। मेरे लिए दो रोटी का, कोई तो जुगाड़क हो॥ दंगा  उन्हें     मुबारक   हो, नंगा  इन्हें    मुबारक    हो। गरीबों  की दुनिया में कोई, गरीबी    का   उबारक हो॥ मंदिर  उन्हें   मुबारक   हो, मस्जिद इन्हें  मुबारक  हो। भूखे का  भगवान भोजन, […]

माँ ममता के अमृत से जीवन को सींचे। मेरी जिन्दगी है पापा के पाँव के नीचे॥ कहते हैं पापा-बेटा,इच्छा भर पढ़ो। जीवन में उन्नति की चोटी पर चढ़ो॥ बढ़ते चलो,आगे बढ़ते चलो। अच्छाई के साँचे में सच्चाई से ढलो॥ पैसे की चिन्ता न करना बेटा। मन लगा के पढ़ना,मैं हूँ […]

आज कु. मनीषा सिंह को देखने (शादी के पूर्व) के लिए दुर्गा मन्दिर पर वर पक्ष के सभी लोग समय से पंहुच चुके थेl मनीषा की मां मान्ती सिंह भी ब्यूटी पार्लर से अपनी बेटी को खूब सजा-धजाकर उक्त स्थान पर समय से पहुंच चुकी थीl वधू पक्ष के लोग […]

मेरी प्यारी माँ, धरती से बड़ी है छोटा है आसमाँ, मेरी प्यारी माँl जाऊँ मैं कहीं भी, जाऊँ मैं कभी भी बना देती है रोटी, गरम स्वादिष्ट सब्जी संग पूरी छोटी-छोटीl छोड़ने से पूर्व गाँव, छूता हूँ भाव से पाँव छूकर स्नेह से शीश, देती है आशीषl खूब पढ़ो,आगे बढ़ो, […]

मैं कौन हूँ ? इसी सवाल के जवाबों के बीच, मैं मौन हूँ। ‘अहम् ब्रह्मास्मि’, क्या मैं ब्रह्म हूँ ? या ब्रह्मांश हूँ या शून्य तले पड़ा हुआ शून्य हूँ ? आखिर मैं कौन हूँ ? इसी सवाल के जवाबों के बीच मैं मौन हूँll            […]

रास के रचइया मोरे कृष्ण कन्हइया हो, मधुवन में ले के चल एक झुण्ड गइया होl झूमी-झूमी खेलल जाई उहाँ ओल्हा-पाती, खेलत-खेलत में होई जाई आधी रातीl खोजत-खोजत अइहें यसोमती मइया हो, मधुवन में ले के चल एक झुण्ड गइया होl रास के रचइया मोरे कृष्ण कन्हइया हो, मधुवन में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।