वैश्विक शिखर सम्मेलन बना विश्व शांति का नया पैगाम एक सौ चालीस देशों ने माना ब्रह्माकुमारी संगठन महान धरा पर शांति स्थापना का बीड़ा ब्रह्माकुमारी ने उठाया न्यायपालिका,कार्यपालिका विधायिका ने भी इसे सराहा चौथे स्तम्भ मीडिया ने भी ली सकारात्मक इससे सीख ईश्वरीय ज्ञान का डंका इसने दुनिया भर में […]

श्राद्ध पक्ष पूर्वजों के प्रति नमन का है पुनीत अवसर पर जीवित उनके रहते हुए उन्हें भूले रहते हम अक्सर जीते जी सेवा बडो की खुश होकर करते जो जन वे सदा सुख ही भोगते तनाव मुक्त रहता उनका मन दिवंगत होने के बाद भी पितृ लोक से वे देते […]

मालवा – निमाड की संस्कृति हैं संजा बेटियों की मधुर अभिव्यक्ति हैं संजा ।। परस्पर प्रेमभाव की अनुभूति हैं संजा संघर्षों में जीने की आदिशक्ति हैं संजा।। परिवार संचालन का गुणगान हैं संजा बेटियों का  मान – सम्मान  है संजा ।। लोकगीतों   की  पहचान   हैं   संजा बेटी बचाओं-बेटी पढाओं का […]

गणेश महोत्सव  तथा हिन्दी दिवस के दौरान नवोदय क्रांति भारत के म.प्र.राज्य मोटिवेटर एवं दोहावली नवाचारों के लिए विख्यात आगर मालवा के शिक्षाविद डॉ. दशरथ मसानिया द्वारा हिन्दी वर्णमाला से बनाई प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश की कलाकृति इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है ।डॉ  मसानिया ने अपने […]

जो होना है वही होगा फिर क्यो धैर्य खोते हो साक्षी बनकर जीना सीखो क्यो तनाव मे जीते हो विधाता की कठपुतली हम जैसे चाहेगा वह नचायेगा नाटक का प्रोड्यूसर वह है कभी हंसाएगा कभी रुलाएगा जो रोल मिला है विधाता से उसे खुशी खुशी निभाते चलो न जाने कब […]

आबू की धरती पर फिर नारद वंशज आये है मिशनरी पत्रकारिता का संकल्प दोहराने आये है खबरे लेने को जहान की तनाव में जो आ जाते है उसी तनाव से मुक्ति पाने कलम के सिपाही आये है ब्रह्माकुमारीज् संस्था अनूठी मीडिया का भला वह चाहती है खबरे हो सकारात्मक सारी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।