मैं औरत हूँ, एक नहीं,दो घर बनाती हूँ। एक घर में बेटी बनकर, मान बढ़ाती हूँ। दूसरे घर में बहू बनकर, कुलदीपक जलाती हूँ। मैं औरत हूँ… एक बार नहीं, दो बार जन्म लेती हूँ। एक अपने माँ-बाबुल के दामन, दूसरा सास-ससुर के आंचल। एक रिश्ते निभाने हमें नही आते […]
नन्हीं-सी बया आज तनिक-सी उदास है, तीव्र पवन के झोंके ने उसके रेन-बसेरे को, आज जरा झकझोरा है भय की सिहरन ने, उसको विकल किया फिर भी उसने, धैर्य नहीं खोया ज्यों ही मंद हुई, थोड़ी-सी बयार उसने फिर अपना, साहस संजोया मन की उमंगों को, पसीने से भिगोया चुन-चुन […]
दिल-ए-बेताब मज़बूर क्यों है, होकर भी मेरे साथ दूर क्यों है। नहीं है रार कोई दरमियां जब, बता दिल इतना तू रंजूर क्यों है। फासले तो थे चंद दिनों के अपने बीच, दरिया के किनारों-सी दूरियां क्यों है॥ कुछ लोग मिरे साथ क्या हो लिए, तुमने तो जिंदगी भर के […]
कली कोई जब भी कभी मुस्कुराई, हवाओं के झोंकों से वो कसमसाई। जो मैय्यत को मेरी निकाला सजा के, बड़ी बे-दिली से आग उसमें लगाई। ख़ुदा जाने किस दर्द ने है सताया, कि आँखों में जो ख़ूँ की बूँद आई। जो मुझसे ख़फ़ा थे सभी पास आए, मेरी मौत उनको […]
कच्ची उम्र में करें न शादी, केवल बोझ सदा बर्बादी। कम उम्र में ब्याह रचाना, समझो सूली पर है चढ़ाना। लेना-देना नहीं दहेज, इससे सदा करें परहेज। ले दहेज और ऐश दिखाए, हो जुर्माना जेल भी जाए। बहू को बेटी-सा अपनाएं, […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।