परिचय : दिनेश मालवीय, मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में रहते हैं।आपका लेखन में उपनाम-भोपाली है। कर्म क्षेत्र शिक्षा विभाग यानि बतौर सहायक अध्यापक बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं। आप संस्कृत भाषा से स्नातक होकर लेखन,पहलवानी और शतरंज को पसंद करते हैं।
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कली कोई जब भी कभी मुस्कुराई,
हवाओं के झोंकों से वो कसमसाई।
जो मैय्यत को मेरी निकाला सजा के,
बड़ी बे-दिली से आग उसमें लगाई।
ख़ुदा जाने किस दर्द ने है सताया,
कि आँखों में जो ख़ूँ की बूँद आई।
जो मुझसे ख़फ़ा थे सभी पास आए,
मेरी मौत उनको भी नज़दीक लाई।
मेरी रूह ने ज़िस्म बदला है केवल,
नए घर में आकर मिली है बधाई॥
#दिनेश मालवीय ‘भोपाली’
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