जम्मू। राज्य के जाने-माने साहित्यकार, अनुवादक और सांस्कृतिककर्मी एवं साहित्य अकादमी(नई दिल्ली) के राष्ट़्रीय अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित यशपाल निर्मल को अनुवाद के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान मिल रहा है।  साथ ही केवल कुमार केवल को हास्य व्यंग्य कविता के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए २६ […]

महाराष्ट्र सरकार,प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही हैl महाराष्ट्र राज्य में अगले साल के मार्च से पीने की पानी के लिए प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगाl स्वामी विवेकानंद जी से एक अमेरिकन ने पूछा-भारत और अमेरिका में क्या अंतर है ? विवेकांनद जी […]

 भोपाल। म.प्र. साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक उमेश कुमार सिंह द्वारा भव्य समारोह में इन्दौर की लेखिका डॉ.सुधा चौहान को ‘मध्यप्रदेश तुलसी साहित्य अकादमी’ सम्मान से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम अखिल भारतीय स्तर पर भोपाल में किया गया,जिसमें भोपाल के  साहित्यकार व गणमान्य नागरिकों ने भी भाग लिया। कुल […]

पूरी दुनिया में लोगों को इन्साफ उनकी भाषा में ही मिलता है। हमारे देश में भी राजाओं-महाराजाओं के जमाने से यही होता रहा है। अगर भारत पर विदेशी सत्ता कायम नहीं होती तो,अब भी यही हो रहा होता,पर शायद हम दुनिया जैसे नहीं हैं। विदेशी दासता से मुक्त होने पर […]

बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ क्या हिंदी की उन्नति के लिए वास्तव में कुछ योगदान कर रही हैं? माफ़ कीजिएगा,सच यही है कि कंपनियाँ केवल और केवल अपनी मार्केटिंग और बाजार के हिसाब से स्ट्रेटेजी बनाती हैंl यदि उनमें फायदा दिखता है और मिलता है,तभी वे कोई काम करती हैं, अन्यथा नहीं,कतई नहीं। […]

सब हेडिंग-राष्ट्रीय कवि चौपाल में ‘स्वागतम दीपोत्सव’ एवं डॉ. कलाम के जन्मदिवस पर हुआ कविताओं का वाचन बीकानेर। राष्ट्रीय कवि चौपाल की ११५ वीं कड़ी रविवारीय को पंचवटी सादुल स्कूल भ्रमण पथ स्थित मैदान में आयोजित की गई।  कार्यक्रम में  स्वागतम दीपोत्सव एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।