तुम्ही पे इतना क्यों मरने लगे है । तुम्हे देखकर सँवरने …..लगे है ।। नींद आती नहीं सारी सारी रात । बिस्तर पर करवट बदलने लगे है ।। जादू कोई कर गई तुम्हारी अदाएं । दीवानों से हम… मचलने लगे है ।। अंदाज मेरा भी शायराना हुआ है । अरमान […]
फर्ज से पीछे नहीं नारी का सम्मान है पहनी जिसने वर्दियां हमको अभिमान है कड़ी धूप है मगर निभा कर्तव्य रही हिन्द के वासिंदे है हिन्द की शान है नारी बनी इंजीनियर डॉक्टर वकील भी नारी को ना समझो अबला है नादान है चला रही गाडियाँ तेज रफ्तार से डर […]
काम अधूरे अबकी बार कर देना उम्मीद है तुमसें सरकार कर देना मिटे अंधियारा रोशन रहे जग सारा खुशहाल सारा गाँव परिवार कर देना रोटी को न तरस जाए कोई ऐसा न हो मिले सबको ऐसा रोजगार कर देना बिजली हो पानी हो सुविधा सारी हो किसी गरीब को न […]
ये शाम आज ढलती मिली है आंधियां कैसी चलती मिली है पानी फिर गया माजरा क्या है उम्मीद भी हाथ मलती मिली है सराहूं भला कैसे उस आदमी को गलतियों पे आखिर गलती मिली है बदले गाँव सारा बदला शहर है तस्वीर जमाने की बदलती मिली है आँख फिर हमारी […]
अपनी ही धुन में मगन देखते हैं फैशन का इस तरह चलन देखते हैं मर्यादा रखी गई ताक पर अधनंगा बदन देखते हैं लोग अपने आप मे सिमटने लगे खो रहा अपनापन देखते हैं रिश्तों में हो रही खटास जुबान पे कड़वापन देखते हैं तालुक कौन रखता है झोपड़े वालों […]
हम खुशी के खुमार में रहते हैं हर पल तुम्हारे इंतजार में रहते हैं गज़ल कभी शायरी जिंदगी हमारी खोए हुए इक तुम्हारे प्यार में रहते हैं झूठ हमारी फितरत में बिल्कुल नहीं हम है कि,सच्चे किरदार में रहते हैं नेता नहीं ना अभिनेता कोई हम फिर भी चर्चे हमारे […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।