प्यार,मोहब्बत वाले रिश्ते, आओ मिलके निभाये हम साथ मे होली,दीवाली और आओ ईद मनाये हम।। नफरत वाली राहें छोड़ो,प्यार मोहब्बत से सब जोड़ो राह गुनाहों का जो भी हो,उससे अपना नाता तोड़ो बैर भाव सब भूल छोड़ कर,सबको गले लगाये हम साथ मे होली,दीवाली और आओ ईद मनाये हम।। आसमान […]

कवियों ने हास्य-व्यंग्य, गजल, गीतों के साथ देशभक्ति की रचनाओं से श्रोताओं को लुभाया शानदार रहा गुणाधीश का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन गोंदिया। गोंदिया नगर में कवि सम्मेलनों का अपनी एक ऐतिहासिक परंपरा रही है, जो सतत चली आ रही है। और देश के प्रतिष्ठित महान कवियों की रचनाओं से […]

भारत की राजनीति में एक बार फिर सियासी जोड़ी का रूप उभरकर देश की जनता के सामने बड़ी ही मजबूती के साथ आया है। यह उस समय की यादों को ताज़ा कर देता है कि जब देश की राजनीति की धुरी पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेई तथा लाल कृष्ण […]

त्रिभाषा-सूत्र के विवाद पर तीन-तीन मंत्रियों को सफाई देनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि यह तो शिक्षा समिति की रपट भर है। यह सरकार की नीति नहीं है। अभी इस पर सांगोपांग विचार होगा, तब यह लागू होगी। क्यों कहना पड़ा, उन्हें ऐसा ? इसलिए कि मोदी सरकार पर […]

मेरे घर के सामने एक पेड़ पर गिरगिट बैठा था अपने रंग बदलने के हुनर पे ऐंठा था बोला रंग बदलने में नहीं है कोई मेरा सानी बड़ा इतरा रहा था मचलता जा रहा था मैंने कहा गिरगिट भाई आज इंसान जितने रंग बदलता है जिस स्फूर्ति से बदलता है […]

सकारात्मकता का भाव जगाने चरित्र निर्माण की बात समझाने स्वच्छता के मायने बतलाने आ रही है एक बस अनूठी युवाओं की उसमे टोली है भाई बहनों की गजब जोड़ी है सन 2017 से बस चली हुई है दक्षिण भारत से होकर आई हुई है ब्रह्माकुमारीज का बैनर लगा हुआ है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।