विचार गोष्ठी में मध्यप्रदेश की ओर से कौशल ने व्यक्त किए सराहनीय विचार नागदा ( धार ) | मथुरा ब्रज की सामाजिक ,साहित्यिक, सांस्कृतिक और नवाचारी सह- शिक्षा अनुसंधान ,मानवीय मूल्यों पर कार्यरत संस्था आदर्श युवा समिति की विशेष कार्य परियोजना* आदर्श संस्कार शाला* द्वारा 1 सितम्बर 2019 को मथुरा […]

तेरी राह का पत्थर ही सही, तेरी राह में तो हूँ तू खूब कोसा करे ही सही, तेरी आह में तो हूँ चोरी किए हुए मेरे ही शेर अच्छे लगते हैं तुम्हें महफ़िल को छोडो मगर मैं तेरी वाह में तो हूँ तारीखें दिलों दिमाग से मिटा भी दिया तो […]

ख़ुशी बहुत है आज हम सब को, मना जो रहे है स्वंत्रता दिवस को। पर मिली कैसे हमे ये आज़ादी, जरा नजर तुम इतिहास पर डालो।। न जाने कितनी मांओ की उजड़ गई गोदे । न जाने कितनी माँगे उजड़ा गई आज़ादी में । उठ गया सिर पर से साया […]

भाव सुरक्षा चाहती, बहिना रहे अधीर। बदले गुरु आशीष दे, रहे सलामत बीर।। (बीर~भाई) त्याग मान मनुहार सें, सदा निभाती नेह। पीहर मय ससुराल में, बहिना देह विदेह।। एक बेस ले भेंट में, लख लख दे आशीष। ऐसी होती है बहिन, नमन इन्हे नतशीश।। (बेस~ पर्व या किसी भी अवसर […]

रुड़की| राष्ट्रीय हिंदी दैनिक हिंदुस्तान द्वारा उत्तराखंड में चलाए जा रहे राज्य व्यापी अभियान के तहत हिंदुस्तान टीम ने ब्रह्माकुमारी पाठशाला आदर्श नगर पहुंच कर ब्रह्माकुमारीज संस्था से जुड़े भाई बहनों को प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान व पर्यावरण संरक्षण के लिए हिमालय बचाओ अभियान की जानकारी दी।ब्रह्माकुमारी पाठशाला प्रभारी बीके […]

‘मुझे क्षमा कर दिजिए मेरी वजह से आपको दुःख पहुँचा’ यह कहना बड़े साहस का काम है।शायद इसी लिए क्षमा को वीरों का आभूषण कहा गया है। क्षमा करना उतना कठिन नहीं है जितना क्षमा मांगना। गलती करना मानव की स्वाभाविक प्रवृत्ति है। हम सभी अहंकार या प्रमादवश गलती करते […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।