शिक्षक वही जो शिक्षा दे साथ मे जो दीक्षा भी दे अपने से बड़ा शिष्य को बना दे शिष्य के जीवन मे खुशियां ला दे पुत्र जैसा ही शिष्य भी हो उसकी तरक्की में अभिनन्दित हो शिष्य को भी एक लव्य बनना होगा अंगूठा मांगा है तो देना ही होगा […]

चार चरण, २,२ चरण समतुकांत . सगण सगण सगण गुरु, . (१०वर्ण) . ११२ ११२ ११२ २ . 👀👀 . चाहत धरती अपनी जननी है। शशि से उजली रजनी है। सविता तम को हरता है। रचना जग की करता है। रखती सबसे अपनापा। सहती जग के भव तापा। अपनी जननी […]

श्रेष्ठ कृतियों के लेखकों को किया जाएगा सम्मानित उज्जैन (म.प्र.) शब्द प्रवाह साहित्यिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक मंच उज्जैन द्वारा 2019 के अखिल भारतीय साहित्यिक पुरस्कार 7 सितम्बर, शनिवार को कालिदास अकादमी में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेले के मंच से प्रातः 11 आयोजित वार्षिक समारोह में प्रदान किए जाएंगें। संस्था […]

रायगढ़। अंतर्राष्ट्रीय साहित्य संस्था “मंजिल ग्रुप साहित्य मंच” – नई दिल्ली के बैनर तले तहसील घरघोड़ा के प्राचीन बैगिन डोकरी मन्दिर प्रांगण में गत् दिवस एक भव्य राष्ट्रीय साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया । इस संगोष्ठी के प्रमुख अतिथि दिल्ली से पधारे मगसम के राष्ट्रीय संयोजक व ख्यातिलब्ध साहित्यकार […]

भले ही देना ना उपहार कभी गुरुओं को मगर देना सदा सत्कार सभी गुरुओं को पुराणों ने कहा है वेदों ने भी माना है ईश का धरती पे आकार छवि गुरुओं को शिक्षक दिवस पे ये अभियान बढा़ना है हमें गुरु का जग में सदा मान बढा़ना है हमें गुरु […]

क्या कोई ऐसास्कूल,विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान है जहां परमात्मा स्वयं पढ़ाते हो और वही एक मात्र शिक्षक व गुरु हो?जी हां , प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एक ऐसी अनूठी आध्यात्म ज्ञान और चरित्र निर्माण की शिक्षण संस्था है जहां प्रतिदिन स्वयंं परमात्मा ही पढ़ाते है।जो पाठ प्रतिदिन ब्रह्माकुमारीज के 140 […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।