रिश्तो से चलती ये जिंदगी और बिगड़ती रिश्तो से। देखे रिश्ते खून के और कुछ देखे रिश्ते प्यार के।। कुछ शब्दों के कहकहों से कुछ देखे मौन रहे से। कुछ देखे इकरार के और कुछ देखे इजहार के।। कुछ रिश्ते ठूठ खड़े थे और कुछ खिलते गुलाब से। सूखे पेड़ […]
दशहरे के अवसर पर देखो, बिखरी पड़ी हैं लाशें। अमृतसर में कहर है टूटा, टूट गयी सैकड़ो सांसे।। कैसे नंगे नाच खेले मौत ने, इतने लोग हैं मार गिराए। रावण, मेघनाथ, कुम्भकर्ण को, जलाने थे जो आये।। दो ट्रेनें गुजरी वहां से, एकदम पटरी लहूलुहान हुई। गिनती भी […]
तू मत भूल कि प्यार को मैं प्यार से झुकाना जानती हूं। कांटो पर चलते हुए भी मैं अदब से मुस्कुराना जानती हूं। मेरी गरीबी देखकर मत ठुकरा तू इस तरह मेरे प्यार को, तेरे प्यार के लिए जालिम मैं सब कुछ लुटाना जानती हूं। अगर बना सकती हूं मैं […]
कुछ तो शर्म करो दिल्ली, क्या बुरा हाल किया अन्नदाता का। मिट्टी से ये सोना निकाले, अनमोल पूत भारत माता का।। तपती धूप की गर्मी में भी उफ्फ तक ना ये करता है। पाला पड़ती सर्दी में भी देखो इसका बदन ठिठुरता है। सरकार ने इतना मजबूर किया ये आत्महत्या […]
उलझ जाता है वो कई बार, ना जाने किस उल्टी उलझन में। बसा हुआ है जो पगला सा, मेरे दिल की हर धड़कन में।। :-डोल जाता है जब दिल उसका, तो बड़ा वो घबराता है… खोकर सुध वो बावरा, मुझको फोन मिलाता है…. डरता है मुझको खोने से, […]
रोहतक (हरियाणा) जिले के लाढ़ोत्त भैयापुर गॉव में स्थित गुरुकुल में हुई दर्दनाक घटना ने सबको दहला कर रख दिया है, पाँचवी, छठी, सातवी कक्षा के इन विद्यार्थियों के साथ दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों द्वारा किये गए कुकर्म ने एक और सवाल खड़ा कर दिया है कि बेटियां क्या […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।