नफरतों से मुंह तो मोड़ो मोहब्बतों का चलन तो कर लो छोड़ो ये सारे लड़ाई झगड़े अमन का तुम वतन तो कर लो कि भाई भाई गले लगालो कुछ ऐसा यारो जतन तो कर लो मिला ही क्या है वो लड़ने वालों खुशी से धरती गगन तो कर लो कि […]
शहीदों की कहानी याद है आँख में वो पानी याद है भूल पाएंगे नही कुर्बानियां जोश उनका जवानी याद है शहादत को सत सत नमन अब तलक निशानी याद है अमर हो गए,मर सकते नही की है हमपे मेहरबानी याद है आँसु को कोई रोक पाया नही शोक में है […]
जाम से जाम टकराते मिलेंगे सियासतदां है लड़ाते मिलेंगे दिलो दिमाग से काम लो यारों उनका क्या वो भिड़ाते मिलेंगे दिखावे के लिए गले लगाते है वो बाद में फिर ठेंगा दिखाते मिलेंगे नफरत ही नफरत भर दी है उसने है चुनावी सफर गड्डी उड़ाते मिलेंगे अमन चैन सब छीन […]
सच कहने की हिम्मत रखना भेद किसी से तुम मत रखना तुम्हे चाहने वाले होंगे जहाँ में सच्चे दिल से चाहत रखना एकता का है हिंदुस्तान प्यारा तुम न किसी से अदावत रखना वसूल और ईमान जिंदा रहे सदा नेक राह चलने की आदत रखना अल्लाह ईश्वर गॉड सब एक […]
कोई राज है जो छुपाते गए वो हमें देखकर मुस्काते गए हमने सोचा कि मिलाए नजर जाने क्यों वो नजरें चुराते गए जमाने से जुदा उनका अंदाज है हम आँखों मे उनको बसाते गए बात ही बात में रूठ जाती रही मान जाएं कहीं हम मनाते गए मेरे लब पर […]
तेरे मेरे रिश्ते की कहानी तो है चाहत की कुछ निशानी तो है मुझे भी इस कदर याद करना मुझपर रब की मेहरबानी तो है तुम्हारा दूर होकर भी करीब होना हँसी अपनी भी जिंदगानी तो है अदा शोख चंचल बिखरी लटें तू पहले सी अब भी सयानी तो है […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।