गीता जब छुट्टियों में इस बार अपने ससुराल गई तो उसने अपने  देवर को बात-बात पर घर पर सभी पर चिल्लाते हुए पाया।ऐसा लगता था मानो बीबी और माँ पर चिल्लाए बैगर तो उसका खाना ही नहीं पचता।गुस्सैल होने के कारण ही उसने तैश में आकर  एक दिन अपनी लगी […]

उमंग सा भरा बचपन तरंगों से भरा जीवन द्वेष नहीं कभी किसी मन घर आंगन में फुदकती रहती। चिड़िया जैसी चहकती रहती। हस्ती रहती हर पल माँ-बाप के घर पर। समय है जो रुकता नहीं कभी किसी के पास टिकता नहीं। बढ़ता जाता पल-पल बाँह फैलाए इस चिड़िया को। उमंग […]

रो-रो कर वृक्ष बतावे रे मानव क्यो काट रह मुझे रक्त क्यो बहा रहा है मेरा मैंने तेरा क्या बिगारा है । तुझे नही पता ,मुझे काट तु भी जिंदा नही बचेगा तेरी मेरी दोस्ती सांसो की है क्या इस जग मै दोस्ती छुटेगी । मैंने तो अपना सारा फल […]

आधुनिकता से भरी दौड़ मे, भागते जा रहे हम। राष्ट्रभाषा को छोड़ पीछे,आंग्ल को अपनाते जा रहे हम। राष्ट्र भाषा का जन्मदिवस,आधी आबादी को याद नही। वैलेंटाइन, रोज डे,और न जाने क्या-क्या नए दिन मना रही। सम्मान से बोले अपनी भाषा, तभी प्रसन्न होगी भारत माता। कई बड़े कवियों के […]

मैं हूँ वतनपरस्त फौजी,मुझसे प्यार मत करना, कब शहीद-ए-आम हो जाऊं,मेरा इंतजार मत करनाl सोलहवां सावन बीता,कई सावन बाकी तुम्हारे, गिंदगी बसर साथ मेरे,ख्वाब गुलजार मत करनाl सिर कफन बांध निकला हूँ मैं वतन के वास्ते, लौटूँगा लिपट तिरंगे में,खातिर मेरे दिल बेकरार मत करनाl हाँ ये सच है मुझको […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।