दूर होकर भी मेरे दिल के बेहद पास लगती है हज़ारों सूरतों में वो सूरत-ए-खास लगती है ============================= मिल जाए तो जीने का मज़ा आ जाए मुझको भी बिना उसके मुझे ये ज़िंदगी वनवास लगती है ============================== वो मेरे साथ चल रही है डाल के बाहें बाहों में झूठी है […]
malhotra
मुसाफतों से दिल ये भरता क्यों नहीं इक ठिकाने पर ठहरता क्यों नहीं ======================= क्यों भरोसा करता है अजनबियों पर ठोकरें खा कर सुधरता क्यों नहीं ======================= देखकर इन दर्दमंद मज़लूमों को ज़ालिमों का दिल पिघलता क्यों नहीं ======================= ज़हर देकर मुझको वो बेचैन हैं ज़िंदा है अबतक ये मरता […]