समसामयिक मुद्दे पर परिचर्चाः   आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी चरम पर है।हर ओर हर तरह की सेनायें अपनी विजय पताका इस समर में फहराने को उतर चुकी हैं।कोई स्थायी दुश्मन न होने के इस दौर पर अपनी अपनी आवष्यकता और अपेक्षा अनुसार दौड़भाग चल रही हैआगत अनागत मेहमानों के […]

      हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार कुल इक्यावन शक्तिपीठ हैं।जिनमें से माता सती की नाभि गिरने के कारण यह स्थान मां पूर्णागिरी के नाम से संसार में प्रसिद्ध हुआ। हिमालयी राज्य उत्तराखंड के चम्पावत जिले में स्थित यह अपार स्नेह का केन्द्र निकटवर्ती शहर टनकपुर से इक्कीस किलोमीटर की […]

देश के अन्नदाता की आंखों को सुख देने वाली फसल और खेत में जब मुस्करायी सरसों इठलाने लगी अलसी आम बौराये गये कि – बैण्ड बाजे के साथ बादल आ गए बारात घरों सी रोशनी मंगाकर चमकी बिजली चलने लगीं जोर जोर की हवायें कहीं अंधड़ कहीं बरसात कहीं कहीं […]

पूरा देश एक बार फिर लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो रहा है। चुनाव आयोग हो या विविध राजनीतिक दल सबके सब सक्रिय हो गये हैं। पक्ष और विपा सज रहे हैं अपनी अपनी तैयारियां हैं और अपनी अपनी रणनीति भी।भारत में राजनीति ही ऐसा क्षेत्र है जहां कोई किसी […]

देश में शहीदों की नगरी के नाम से विख्यात उत्तर प्रदेश शाहजहांपुर के शशांक मिश्र भारती को 05फरवरी के अपने आयोजन में राष्ट्रीय कवि चौपाल एवं ई पत्रिका स्टार हिन्दी ब्लाग ने स्टार हिंदी साहित्यकार सम्मान 2019 से सम्मानित किया है।यह सम्मान अध्यक्ष कासिम बीकानेरी प्रचारक कृष्ण कुमार सैनी राज […]

मां शारद ओ मां शारदे जग की सतियों का सत जो संवारती, निसिदिन उतारें तेरी मां आरती ओ मां भारती ओ ए मां भारती अगम शब्द शक्तियां मां तुममें विराजें ज्ञान रश्मियां भी मां तुझको ही पुकारें, ओ मां भारती ओ ए मां भारती। मराल पृष्ठसन्ना मां तुम कहाती हो […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।