मान है अभिमान है तू भारत की शान है, जय हिंद की सेना तुझपे दिल कुर्बान है। तेरी गौरव गाथा अमर रहे भुजाओ में तेरा शौर्य रहे, इस मिट्टी का लाल तू बलिदान तेरा अमिट रहे।। भाग उठे दुश्मन जब तूने उसे ललकारा था। कारगिल में घुसे पाकी को नाहर […]
राम केवल नाम नही राम जीवन का आधार है। राम है संस्कृति हमारी राम जड़ चेतना का व्यापक विस्तार है। उद्घोष जय श्री राम का संचरण ऊर्जा का होता है जिसे लगता युद्धघोष यह वो विक्षुब्ध एक विकार है। हिंसा को तुम धर्म से जोड़े जिसका आधार आहिंसा परमो धर्म: […]
अब की बदरा ऐसे बरसो बुझ जाय धरती की प्यास रे उदासी हटे किसानों की पूरी कर दो आस रे धानी चुनरिया वसुंधरा ओढे दमक उठे श्रृंगार रे चातक बैठा जिस बून्द को पूरी उसकी चाह रे धरती माँ की अन्तस् से सूखी जल धार की स्रोतें छेद हजारों सीने […]
हां कली ही थी तुम जो कभी न खिल पायी आंखों में शर्म हया तुझे उसमें बेटी नज़र नही आई।। कब तलक हम चुप बैठे घनघोर निंदा करेंगे तुष्टिकरण से जिंदा अपने सियासत खेल को रचेंगे कौन दिशा में समाज हमको ले जा […]
आओ एक पौधा लगाएं हम प्यार का सींचे स्नेह का पानी डालें खाद दुलार का। रोकें तेज धूप अभिमान का पोषण दे विश्वाश का सहेजें अपने रिश्ते छोड़े हठ गुमान का आओ एक पौधा लगाये रिश्तों में प्यार का अपनत्व के अहसास का सँवारे वसुधा को जो जीवन प्रदायनी है […]
जब अपने हुए पराये किसका दोष कौन बताए। रुपयों की खनक अधिकार की धमक रौदते रिश्ते की खुश्बू स्वार्थ की बात समाये जब अपने हुए पराये…….. एक खून जज्बात एक क्यों लोग भटके जाते हैं तेरा मेरा कुछ नही पर क्यों सिक्के खनखनाते हैं प्रेम के सूत्र में पिरोये मोती […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।