हे मुरारी,मदन मोहन फिर नए सपने बुना दो, हैं खड़े अर्जुन भ्रमित,पुरुषार्थ की गीता सुना दो। नींव तक निज संस्कारों की उखड़ती जा रही है, रक्ष संस्कृति की पुन: विष बेल बढ़ती जा रही है। दिग्भ्रमित धरमावलंबी  टोलियों  में बंट गए हैं, ज्ञान  के भंडार  सारे अब धरा पर घट […]

बनो फिर लक्ष्मीबाई तुम झुका आकाश को डालो। जरा सूरज के मुंह  पर भी, नए प्रकाश को डालो॥ उठा लो फिर से तलवारें, सुनो  ए  देश की नारी। जुल्म करने ही वालों के, बदल इतिहास को डालो॥                           […]

  पूर्वावलोकन……… अजय देवगन अभिनीत और मिलन लुथरिया निर्देशित फिल्म ‘बादशाहो’ १ सितम्बर को प्रदर्शित होगी। विवाद से बचने के लिए निर्देशक फ़िल्म को काल्पनिक घटना बता रहे जबकि, अफवाहों की मानें तो १९७५ में आपातकाल के ठीक पहले इंदिरा गांधी (तात्कालिक प्रधानमंत्री थी) ने राजस्थान की रियासत आमेर की रानी गायत्री […]

हाथों में अंगार दिल में ज्वाला लिए निकला हूँ, आज फिर सीने में हिन्द की तस्वीर लिए निकला हूँ। माँ भारती का पुत्र हूँ॥ आँखों में जोश तो दिल में दर्द लिए निकला हूँ, हिन्द का सिपाही हूँ,नारा जय हिन्द के लिए निकला हूँ। हाथों में खड्ग,ढाल,बारूद लिए निकला हूँ॥ […]

नाचो झूमो गाओ साथी आओ, आओ साथी मिल के गाओ आओ…। विजय दिवस है,आज तिरंगा ऊँचा है, मिल के ख़ुशी मनाएं, तिरंगा ऊँचा है ऊँचा है तिरंगा अपना ऊँचा है, ऊँचा है तिरंगा प्यारा ऊँचा है। ये चूम रहा नभ को भी, इसने भेदा है, रण थल और पाताल भी,इसने […]

पीना जिसने सीख लिया है, उसने जग को जीत लिया है॥ नाला,नाली और सड़कों पर, लुटना-पिटना शुरू किया है॥ छोडो़ भी ऐसी आदत को, क्यों इज्जत का खून पिया है॥ घर की बरबादी का कारण, जिसने इसको समझ लिया है॥ उस इंसा ने सारे जग पर, सदा निडर हो राज […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।