कुछ रोशनी के छींटे आए नजर उधर से। कोई गांव जल गया,लगता है एक पहर से॥ कुछ खुशबू भी है, सौंधी-सौंधी मिट्टी और राख की। उबला हो जैसे आलू,बटुए में हल्के-हल्के॥ अंगड़ाईयां है, लेती मेरे मन की यह दीवारें। शर्मा जाती है घासों की ये लम्बी कतारें॥ जब फूंकती हवा […]

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नदी हूँ मैं, सभ्यताओं को बसाती और उनका उजाड़ती भी, मिश्र में नील नदी बनके हड़प्पा में सिन्धु नदी। नदी हूँ मैं, तोड़ दूँगी अपनी धारा को लांघ जाऊँगी अपनी ही, लक्ष्मण रेखा को। नदी हूँ मैं, देश सीमा में न बँधी जिसे मैं पार न कर सकूँ, सिन्धु,रावी व […]

निराकार साकार सर्वाणि रुपम, प्रियं भक्ति श्रद्धा न दीपम न धूपम। गरल कण्ठ धारी धरे शीश गंगा, बनी कण्ठ कण्ठी वो माला भुजंगा। भलो भाल चँदा है नन्दी सवारी, प्रभु प्यास पूरण करो अब हमारी। बाघम्बरं वस्त्र धारे शरीरं, प्रकल्पं परेशं प्रबद्धी परीशं। गुणी-निर्गुणी और जन्मे-अजन्मे, शवम् की भभूति लपेटे […]

हिन्दी में भी प्रदर्शित `पोस्टर बॉयज` फिल्म कमज़ोर हास्य का कमज़ोर चित्रण हैl इसमें कॉमेडी,इमोशनल ड्रामा है,पर फिल्म कमजोर हैl कलाकार सन्नी,बॉबी,श्रेयस और समीक्षा भटनागर हैंl २ घण्टे 8.४२ मिनट की इस फिल्म के निर्देशक श्रेयस तलपड़े हैंl इसका बजट 15 करोड़ हैl कमज़ोर हास्य के कमज़ोर चित्रण वाली इस […]

  ऐ देश के वीर जवानों,तेरा अभिन्दन शत-शत वन्दन, भारत माँ के उज्वल ललाट के तुम ही हो रोली चन्दन। तुम प्रतिपल रहते हो तत्पर दुश्मन को धूल चटाने को, है सुयश तुम्हारा महक रहा,जैसे महके वन में चन्दन। तुम क्रोध का वो सैलाब हो,जिसमें आ सब कुछ बह जाता, […]

दर्द की लकीर खींची है अभी, दनदनाती गोली लगी है अभी। खामोश कर दी आवाज उसकी, ढोल की पोल खोली जिनकी। सच बोलने की आजादी नहीं, दिलों में डर बैठा था जिनके। खूब लड़ी मर्दानी थी वो, कुछ करने की ठानी थी जो। अंत जानती थी वो अपना, दुश्मन से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।