दस्तावेजों की खातिर मैंने, संदूक खोला था आज। दस्तावेजों में पड़ी डायरी, न जानूँ मैं,किससे थी आखिर नाराज। कुछ पन्नों में इत्र की खुशबू थी, तो किसी में,था शब्द-सुरों का साज। पन्नों में अतीत सिमटा था मेरा, हर पंक्ति हर शब्द में जिक्र तुम्हारा। यादों के झरोखे में,मैं झूम रहा […]