उषा की लालिमा का जब होने लगे एहसास पूरब से आसमान में जब होने लगे उजास उससे पहले उठ जाओ बुला लो प्रभु को पास प्रभु की याद मे जब हो दिन की शुरुआत काम सभी अच्छे होगे मन मे रहेगी मिठास प्रभु परम् पिता हमारे हम सब उनकी सन्तान […]
जो समय के साथ नही चले उनके छूट जाते है काज जो सोचते वर्षो वर्ष की सोचा पूरा नही होता आज है सब यह ईश्वरीय लीला हम तो है उसके खिलौना जितनी चाबी भरी है उसने उतना ही चलता यह खिलौना जो चाहता वही कराता हमसे वही संवारता कल और […]
खगोलीय परिवर्तन का अनूठा पर्व है आज उत्तरायण मे पधारने पर नमन ,हे सूर्य महाराज यह शुभघडी है सदसंकल्प की जिसमे सफल होते हर काज़ बुजुर्गों के सम्मान का पुनीत अवसर यह कहलाता चरण छूकर बड़ो के हर कोई आशीर्वाद पाता मकर सक्रांति अवसर पर पात्र को जो करते दान […]
भक्ति में अंध श्रद्धा करते प्रार्थना करते हम अनूठी खुद को मूर्ख,खल,कामी कहते बात भले ही हो सब झूठी परमात्मा की सन्तान है हम गलत कैसे हो सकते है हम गलती अगर हो गई हमसे प्रायश्चित करे हम उसका छोड़ दे सब बदी बुराई सदाचरण करे जीवन का स्वयं को […]
सबके भले की बात करे आओ ऐसा पुरुषार्थ करे कोई दुःखी न रहे जग में ऐसी ईश्वर से आस करे खुद को व्यर्थ से दूर करे सद्चिन्तन हमेशा करे बसे रहे प्रभु सदा मन में ऐसा नियमित ध्यान करे हम बदलेगे जग बदलेगा जीवन का लक्ष्य सुधरेगा चरित्र निर्माण अपना […]
कई बड़े दर्द दिए इस गए साल ने कई अपने चले गए इस गए साल में नई खुशियां लेकर आया है यह साल दर्द सारे भूल जाओ इस आये साल में पशु पक्षी उन्मुक्त रहे इस गए साल में हम ही घरों में कैद रहे इस गए साल में हमे […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।