.                  *1*   आजादी महंगी मिली, नमन् पन्द्रह अगस्त। राज फिरंगी देश था,जन गण मन था त्रस्त। जनगण मन था त्रस्त,संघर्ष, बलिदान दिये। भारत  माँ  को  काट, भुजा दो  टूक  किए। “लाल” लहू्  कर भेद, बीज  बोये बरबादी। वतन  रहे  आबाद ,  रहे  अपनी आजादी। .                  *2*  जनतंत्र बड़ा  विश्व में, […]

देखो आया,  सावन  झूम  के मही स्वर्ग , खिल उठा जीवन धन्य हो गया है व्याकुल मन! बादल है यूं छाया, वन समीर भी गुनगुनाया। टिटहरी,पपीहा,चातक विह्वल, देखकर, कजरारे घन। नीरद के नयन चपल है, भूल चुका जग  सकल  है। शिखरों से झुका देखता, धरा-प्रियतमा उसकी विकल है। सुदूर क्षितिज […]

सर्वोदय जन जन का मंत्र हो, आम जनता कभी न त्रस्त हो, सभी अपने कार्यों में व्यस्त हो, नव निर्माण का पथ प्रशस्त हो, दिलों से सभी के बैर ध्वस्त हो, दैनिक जीवन की वस्तु सस्त हो, बार-बार ये पन्द्रह अगस्त हो। देश में मजबूत सुरक्षा तंत्र हो, सूर्य अपने […]

मैं रास्ता भटक गया हूँ, जीवन के इस सफर में, दुखों ने भी डाला है डेरा, खुशियों के इस डगर में। मेरे अपने भी छूट गए हैं, मेरे सपने भी टूट गए हैं, गिर रहा हूँ हर कदम पर, दर-दर की ठोकरें खाकर, सम्भलने की कोशिशों में, हर बार असफल […]

छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ / आप तो अंतर्यामी हो , इसी लिए तो आया शरण / छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ / मोह माया ने हम को पकड़ा है, और अपनों के प्यार ने जकड़ा है / […]

1.. आजादी के मायने,नहीं स्वच्छंदता शोध। कर्तव्यों का भार है, अधिकारों का बोध।। 2.. मन मानी मानो मती,  स्वतंत्रता  के भाव। जिम्मेदारी बहुत है,करिए सहज स्वभाव।। 3.. भोजन पोषण वस्त्र तो, मिले भवन के संग। शिक्षा सेहत चिकित्सा, हर सामाजिक अंग।। 4.. आजादी  मानो  तभी, हो  नारी  का  मान। शिक्षित […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।