लोकतंत्र के मंदिर में एक इतिहास रच गया आंसुओ से पलके भीगी मन मे प्यार उमड़ गया मोदी अच्छाई गिना रहे थे गुलाम नबी आजाद की जिन्होंने अपने व्यवहार से सबको कायल कर दिया आरोप और प्रत्यारोप से एक दिन मुक्त रही संसद विपक्षी नेता की विदाई ने आंखों को […]
काव्यभाषा
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