फ़िल्म समीक्षक इदरीस खत्री द्वारा एक आकलन हाल ही फ़िल्म प्रदर्शित हुई ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान, जिसके प्रदर्शन पूर्व बड़ी बड़ी घोषणाए, लोक लुभावन वादे ओर फ़िल्म को लेकर सपने दिखाए गए थे हत्ता की प्रचार में फ़िल्म को भारत की सार्वकालिक महंगी फ़िल्म बताया गया बजट 250+60यानी 300 करोड़ी फ़िल्म […]

( तर्ज : किसी रहा पर किसी मोड़ पर ….) प्रभु के ध्यान में, गुरु के ज्ञान में, / रहता हूँ मै सदा ही मगन / प्रभु को नमन,गुरु को नमन / गुरु को नमन,प्रभु को नमन // जो प्रभु गुरु की करते है / सुबह शाम वो आराधना / […]

शिकवे और शिकायत का अबांर होता है,, लेकिन भाईयों में गहरा प्यार होता है,, भले ही कुछ बातों से मन में कड़वाहट आ जाए, या कुछ बातों से चाहे सीना छलनी हो जाए,, लेकिन बिगड़ी में भाई ही मदद्गाऱ होता है, शिकवे और शिकायत का अबांर होता है, लेकिन भाईयों […]

परमात्म शिव को याद करो मुरलीधर बन जाओगे शिव ही सामने दिखाई पड़ेगे ऐसे दिव्य आईना बन जाओगे अपने मुंह मिया मिट्ठू बने तो देह अभिमान हो जायेगा जो वायदा किया है सेवा का वह अधूरा ही रह जायेगा रूहानी यात्रा पर चलने को सर्वस्व अर्पण कर देना है जो […]

इन आँखों को नूर नहीं जुनून चाहिए काजल करने के लिए ताज़ा खूँ चाहिए गीत,ग़ज़ल,कविता,नज़्म सब बोलती हैं जिससे हज़रात क़त्ल हो,मजमून चाहिए जिस्म में गर्मी,लबों पे आग,अदाओं में चुभन इन्हें अब दिसम्बर में भी जून चाहिए हलाल करके बन्द ज़ुबानों को जो मिले कातिलों की पसन्द वाला ही शुकूँ […]

यह बात १९८० कि है मैं जब कक्षा ६वी का छात्र था । हमारे गुरुवर संस्कृत व्याकरण पढ़ा रहे थे और हम सभी पीपल पेड़ के निचे बैठकर पढ़ रहे थे । पहली घंटी मे ही गुरूजी ने कुछ पश्न दिये थे । सभी छात्रों ने हल किया और आधे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।