मलिन वस्ती के मध्य चौराहे पर आज सुबह से काफी हलचल दिखाई दे रही थी। आस-पास के लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही थी। कुछ ही देर में वहाँ टेन्ट वाले ने कुछ कनातें लगा दींऔर चाँदनी भी तान दी ताकि लोगों को भयंकर पड़ रही गर्मी से राहत मिल […]
अब नहीं शर्मिंदा होंगे, फांसी पर लटकाने से। छिप जाओ किसी बिल में बच नहीं सकते हम वीरों से। नक़ाब हटाने में कुर्सी पलटाने में तानाशाह किसी सैन्य को बनना पड़े तो बन जाने दो। चेतना जागृत सम्यक बोध अधिकारों को समझाना होगा जन जन में भागीदारी का बोध नया भरना होगा। अत्याचारी […]
सुयोग ध्यान साधना मिटा रहे हिये विकार| पवित्र भाव को लिये करो तु योग बार बार|| शरीर स्वस्थ स्वच्छ हो विवेक पूर्ण हो विचार| सु दिव्य देह प्राण में सु ज्ञान देत है पसार|| भुजंग सूर्य आसनः सु शक्ति देह दे अपार| सुताड वृक्ष उज्जयी कपाल भांति को सिआर|| सु […]
अपनी रत्ती भर राख आज आखिरकार उसने कागज़ पर धर ही दी इक लौ जंगलों तक पैदल पैदल पहुंची फिर दावानल रच दिया शहर आसमान दरिया सब सेंक कर रख दिया वो आज भभकी नहीं …..सूखी घास सी लौ में कुंदन सी दूर तक आंच ले गई आंचल में सुन्दर […]
माँ एक शब्द नही है संसार बसता है उसमें, अपने खून से सींचकर हमे जीवन देती है, कितनी भी मुश्किलें क्यूँ न सहे, मगर कभी कुछ नही कहती है, कब मुझे भूख लगी कब मुझे प्यास लगती है, न जाने कैसे समझ जाती है माँ, बिना मेरे कुछ कहे सब […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।