पानी को बांधा तो सरोवर बन गया, मोतीयों को बाँधा तो गले का हार बिना व्रतों का जीवन अंगार बन गया व्रतों से बंधा जीवन अलंकार* आम जन जीवन और दिनचर्या में भी यही बात लागू होती है कि कुछ व्रतों से यदि हम अपने जीवन को बाँध ले तो […]
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* मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए किया आंदोलन का शंखनाद *१ करोड़ भारतीयों को बताया जाएगा हिन्दी क्यों होनी चाहिए भारत राष्ट्रभाषा * जनसमर्थन के माध्यम से जुटेंगे भाषासारथी इंदौर। भारत की वर्त्तमान में कोई आधिकारिक राष्ट्रभाषा नहीं हैं, और इसीलिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान […]