परवाज़

0 0
Read Time59 Second
deenesh malviy
उम्दा  मोहब्बत   परवाज़   करते हैं,
वो जो इंकार से  आगाज़   करते हैं।
मुझे देखते ही जो नजर फेर लेते हो,
क्या बेरुखी का वो रियाज़ करते हैं।
मतलब की है दोस्ती मतलबी जहां,
गरज निकलते ही  नाराज करते हैं।
गमों में मेरे  खुश  हो जाते  हैं रिश्ते,
खुशियों से मेरी वो एतराज़ करते हैं।
दगा देना तो उनकी फितरत है यारों,
ये हरकतें तो सिर्फ़ सरताज करते हैं।
                                                          #दिनेश मालवीय ‘भोपाली’
परिचय : दिनेश मालवीय, मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में रहते हैं।आपका लेखन में उपनाम-भोपाली है। कर्म क्षेत्र शिक्षा विभाग यानि बतौर सहायक अध्यापक बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं। आप संस्कृत भाषा से स्नातक होकर लेखन,पहलवानी और शतरंज को पसंद करते हैं।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

हुनर

Wed Aug 30 , 2017
रूठे सागर को मनाने का हुनर आता है, चांद काे ख्वाब दिखाने का हुनर आता है l दर्द काे फूल-सलीके से बना देते हैं, जिनको हर जख्म भुलाने का हुनर आता है l पल में सो जाता है आंचल में बिलखता बच्चा, मां को क्या खूब सुलाने का हुनर आता […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।