हिन्दी महोत्सव में ‘कविताई’ सम्पन्न

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मातृभाषा ने पुनः आरम्भ की शहर की समृद्ध गोष्ठी परम्परा

इंदौर। हिन्दी माह के दौरान हिन्दी महोत्सव 2025 के अंतर्गत मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा काव्य गोष्ठी ‘कविताई’ आरम्भ की गई। रविवार को महफ़िल रेस्टोरेंट में कविता पाठ कर परम्परा का शुभारंभ किया गया, जिसमें कवियों ने काव्य पाठ किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘गोष्ठी में सीखने और सुनाने का अवसर मिलता है, जिससे हमें जुड़ना चाहिए। हम अपने लोगों के बीच स्वयं को तैयार कर सकते हैं, और यह ज़मीन सदैव हिन्दी के लिए उन्नत रहती है।’

‘कविताई’ में पूजा राज, श्रीधरा पटेल, शिवम कुमार सिंह, आकाश यादव, पारस बिरला, डॉ. वासिफ़ क़ाज़ी, हर्षिता सेंगर, गौरी जोशी, पवन जोशी, सुधाकर मिश्रा, दामोदर वीरमाल, प्रतीक जांगीड़ आदि ने अपनी रचनाएँ सुनाईं।

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नितेष गुप्ता ने सभी सहभागियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन रिया मोरे व आभार डॉ. अरुण सिर्वी ने व्यक्त किया।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।