
आपका नाम ज़ुबाँ पर आते ही
दुनिया सिमट जाती है अंतर्मन में
दु:ख से उबरने का रास्ता दिखा
रास्ता बना दिया सबके जीवन में।
पल-पल आपको याद करती
दु:खी के दु:ख देख आप होते थे
जैसे दु:खी वैसे ही मैं भी प्राणी मात्र
को नहीं देख पाती संघर्षरत दु:खी।
आपने राजपाट, परिवार त्याग
प्राप्त किया प्रभु कृपा से कैवल्य ज्ञान
हम नहीं त्याग पा रहे अपना परिवार
और न त्यागा ये असार संसार बेकार।
आपसे बस यही है प्रार्थना मेरी
वसुन्धरा रहे हर प्रकार से हरी-भरी
न हो किसी के जीवन में बेकारी
सर्वे भवन्तु सुखीनः कहे दुनिया सारी।
महावीर, गौतम, नानक, ईसा, पैग़म्बर
नाम लेने से शान्ति आती अमर
इन सा जीवन जी पाये हर घर
प्राणी मात्र पर दया करे परवर।
#मणिमाला शर्मा
इंदौर