काव्य कुँअर और काव्य दीप सम्मान समारोह सम्पन्न

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संघर्ष का दूसरा नाम कविता- सूर्यपाल सिंह

शब्दों की विरासत है कविता – डॉ. प्रेरणा ठाकरे

इन्दौर। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा काव्य कुँअर व काव्य दीप सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार को इन्दौर प्रेस क्लब में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि केरला स्टोरी के पटकथा लेखक सूर्यपाल सिंह रहे, विशेष अतिथि अरविंद तिवारी व मुस्कान भारतीय, नरेन्द्र पाल जैन रहे।

अतिथि स्वागत प्रेस क्लब उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी, कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान की कोषाध्यक्ष शिखा जैन, डॉ. नीना जोशी, नितेश गुप्ता, अतुल तिवारी, मणिमाला शर्मा व आशीष तिवारी ने किया। स्वागत उद्बोधन डॉ. अर्पण जैन ’अविचल’ ने दिया। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ. प्रेरणा ठाकरे को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मंचीय कवियों में राहुल कुम्भकार, ब्यावरा, शिवांगी शर्मा, भोपाल, आरती अक्षय गोस्वामी, देवास, आयुषी भण्डारी, इंदौर, अक्षत व्यास, कन्नौद,दामोदर वीरमाल, महु, मुस्कान राज, इंदौर, शिवा इन्दौरी, इंदौर, सचिन सावन, शाजापुर, नवीन कुमार नीर, बांधवगढ़, मनीष गोस्वामी, राजगढ़, गीतांजलि कश्यप, उज्जैन, रोहित शर्मा, इन्दौर, मौसम कुमरावत, बेंगलुरू, समर्थ भावसार, उज्जैन, आशीष पँवार, इंदौर, गोपाल गर्वित, देपालपुर, निहारिका प्रजापति, इंदौर, अंशुक द्विवेदी, इंदौर, वैष्णवी मीणा, इंदौर को काव्य दीप सम्मान से सम्मानित किया गया।

काव्य कुँअर में नीलम तोलानी, हर्षित मालाकार, पंकज प्रजापत ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन मिष्ठी अरुण ने व आभार गौरव साक्षी ने माना।

आयोजन में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पद्मा सिंह, माया बदेका, डॉ. रविन्द पाठक, मुकेश तिवारी, डॉ. दीप्ति मसंद शर्मा, जय सिंह रघुवंशी, अतुल ज्वाला, एकाग्र शर्मा, अमित अभ्यंकर आदि मौजूद रहे।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।