महाराष्ट्र साहित्य अकादमी का सबसे बड़ा सम्मान महाराष्ट्र भारती डॉ विकास दवे को

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मुंबई। मध्यप्रदेश के साहित्य जगत को लगातार मिल रहे अखिल भारतीय और वैश्विक स्तर पर यश में एक और वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक और देवपुत्र के संपादक डॉ विकास दवे को महाराष्ट्र साहित्य अकादमी का सबसे बड़ा सम्मान महाराष्ट्र भारती प्रदान किए जाने की आज घोषणा की गई है। ज्ञातव्य है कि महाराष्ट्र साहित्य अकादमी एक लाख रु के दो बड़े सम्मान प्रदान करती है। उसमें भी महाराष्ट्र भारती सम्मान देश का सबसे अधिक गौरवशाली अलंकरण माना जाता है। यह सम्मान देश के किसी वरेण्य साहित्यकार को उनकी हिंदी सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। अनेक वर्षों से बाल साहित्य और हिंदी साहित्य के लिए स्वयं को खपा देने वाले डॉ विकास दवे को यह सम्मान प्रदान करने की घोषणा से संपूर्ण साहित्य जगत प्रसन्नता अनुभव कर रहा है।
ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के पांच वर्षों के लंबित सम्मान देश भर के साहित्यकारों को प्रदान करने वाले डॉ विकास दवे को किसी भी अकादमी का कोई सम्मान अब तक प्राप्त नहीं हुआ था। साहित्यकारों में इस बात को लेकर अनेक कार्यकर्मों में चर्चाएं भी होती रही किंतु महाराष्ट्र साहित्य अकादमी ने उनका चयन कर संपूर्ण सहित्य जगत को बड़ी प्रसन्नता प्रदान की है। महाराष्ट्र सरकार के उप सचिव विलास रा थोरात ने यह घोषणा करते हुए सभी साहित्य धर्मियों को शुभकामनाएं प्रेषित की है।

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फैसले

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।