श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री प्रो सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी नहीं रहे, अंतिम संस्कार गुरुवार को

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इन्दौर। श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री एवं वरिष्ठ प्राध्यापक श्री सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी का बुधवार शाम निधन हो गया है।
प्रो. चतुर्वेदी वरिष्ठ शिक्षाविद होने के साथ ही क्रिकेट समीक्षक थे, क्रिकेट को लेकर उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हुई। हाल ही में उन्हें साहित्य अकादमी का अखिल भारतीय पुरस्कार भी घोषित हुआ था।
समिति के प्रचार मंत्री अरविंद ओझा ने बताया कि ‘श्री चतुर्वेदी जी हृदय रोग से पीड़ित थे, उसी के कारण हम सबको छोड़कर चले गए। आप सदा हमारे बीच में अक्षर देह के रूप में उपस्थित रहेंगे।’

अंतिम संस्कार गुरुवार को

प्रो. चतुर्वेदी की अंतिम यात्रा गुरुवार 23 फ़रवरी को निज निवास से 11 बजे पंचकुइया मुक्तिधाम जाएगी औऱ वहाँ अंतिम संस्कार होगा।

प्रो चतुर्वेदी के निधन पर साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन के निदेशक डॉ विकास दवे, श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के पदाधिकारी सत्यनारायण सत्तन, हरेराम वाजपेयी, राजेश शुक्ला, पुष्पेंद्र दुबे, मीनाक्षी स्वामी, डॉ पद्मा सिंह, सूर्यकान्त नागर, ख्यात कवि राजकुमार कुम्भज, इन्दौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, कबीर जन विकास समूह से डॉ सुरेश पटेल, छोटेलाल भारती, राजेश शर्मा, नितेश गुप्ता एवं साहित्य जगत् ने शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया।

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।