मुक्तक

0 0
Read Time39 Second
krishnkumar nirav
किसी बेदर्द से जज्बात का इजहार मत करना,
भले ही दाब कर भेंटे कभी व्यवहार मत करना,
बड़ा आसान-सा है आजकल दिल से भुला देना..
कभी भी हुस्न पर ‘नीरव’, किसी से प्यार मत करना ।
तुम्हारा नाम सुनते ही, हमारी आंख भर आई..
तुम्हारी बेवफाई चोट बनकर फिर उभर आई,
तुम इतने स्वार्थी हो तुम किसी के हो नहीं सकते..
तुम्हारे प्यार में काफी कमी मुझको नजर आई।।
                                                                #डॉ. कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

एक कविता

Sat Jun 3 , 2017
धीरे-धीरे जीवन बीता। आज तक नहीं लिख पाया एक कविता।। कविता जो व्याप्त हो जाए, संसार में समा जाए मानव की रग-रग में हर समय जिसके शब्द कानों में गूँजे छा जाए हर किसी के मनोमस्तिष्क में। हृदय को टटोले हाथ उठे उसके आदेश से पैर चले उसकी राह, पेट […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।