पिया

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संग लेकर फेरे साथ पिया,
तन मन से तुझे अपनाया है।
बस ऐसे ही मेरे प्यारे पिया,
मुझको भी अपनाओ ना!

तेरे नाम की चूड़ी,बिंदिया,
और सिंदूर लगाया है।
तुम भी कुछ मेरे पिया,
मेरे नाम का लगाओ ना!

मैंने तेरे लिए ही मेरे पिया
करवाचौथ मनाया है।
तुम भी तो कभी मेरे लिए,
कोई दिवस मनाओ ना!

बोले पराई दुनियाँ मुझको,
पराए घर से मैं आई हूँ।
कम से कम तुम मेरे पिया,
मुझपे ऐसे इल्ज़ाम लगाओ ना!

अपने परिवार के जैसे पिया,
परिवार तेरा अपनाया है।
तुम भी तो जरा मेरे पिया,
मेरे पीहर को अपनाओ ना!

करती हूँ सबकी सेवा पिया,
सम्मान सभी का करती हूँ।
तुम भी तो मेरे प्यारे पिया,
मेरे माँ पिता को रुलाओ ना!

डोली चढ़कर हूँ आई पिया,
अर्थी पर ही जाऊँगी।
मरने के बाद ना ही सही,
जीते जी साथ निभाओ ना!

सुन एक अरज तू मेरे पिया,
जो कहना वो कह लो तुम।
ज़रा ज़रा सी बातों पर यूँ,
मुझसे रूठ कर जाओ ना!

हो यदि कोई गलती मुझसे,
बेशक डांट लगाओ मेरी।
मेरे हमदम ओ मेरे पिया,
फिर प्यार से गले लगाओ ना!

स्वरचित
सपना (सo अo)
प्राoविo-उजीतीपुर
विoखo-भाग्यनगर
जनपद-औरैया

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।