मरहम

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पुलवामा के घावों पर,
मरहम आज लगाया था।
वायुसेना के वीरों ने ,
बालाकोट उड़ाया था।

गद्दारों की बर्बादी को,
गुपचुप जाल बिछाया था।
एयर स्ट्राइक करने का,
वीरों ने प्लान बनाया था।

भारत माँ के सपूतों ने,
दुश्मन को मजा चखाया था।
बारह दिन के अंदर ही,
गद्दारों का कर्ज चुकाया था।

भारत की वायुसेना ने ,
दम अपना ख़ूब दिखाया था।
घुस कर दुश्मन के घर में,
ठिकाना उनका उड़ाया था।

हुए अपने संग छलावे का,
जांबाजों ने बदला ले डाला।
जवाब ईंट का दुश्मन को,
फिर पत्थर से दे डाला।

जान की बाजी लगाकर के,
विजय पताका फहराई।
भारत माँ के जाबांजों ने,
ग़द्दारों को धूल चटाई थी।

नमन तुम्हें है वीर सपूतों ,
नमन तुम्हारी गाथा को।
नाज बहुत है यारों तुमपे,
प्यारी भारत माता को।

स्वरचित
सपना (स. अ.)
प्रा. वि.-उजीतीपुर
वि.ख.-भाग्यनगर
जनपद-औरैया

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आजाद

Sat Feb 27 , 2021
आजाद थे, आजाद ही रहे, आंदोलन- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम संचालित करते रहे । न गोरों की पराधीनता स्वीकार की- चंद्रशेखर आजाद, लाल भारत मां के प्रिय रहे ।। मुकेश कुमार ऋषि वर्मा Post Views: 538

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।