रोटी

1 0
Read Time1 Minute, 27 Second

किसान का आटा
प्यार का पानी।
नमक है बीबी का
यारो बहुत प्यार।
इन सब के मिलने से
रोटी का मिश्रण बन जाता।
और चकले बेलन से खेलकर
कहले तवा पर सिक जाती है।
और पेट की भूख मिटाने
के लिए रोटी बन जाती।।

बड़ा अजीब किसका
इस रोटी का है।
रोटी से ही तो भरता
हम सभी का पेट।
क्या कुछ नही करवाती
रोटी ये इंसानों से।
तब कही जाकर ही
पेट की आग बुझ पाती।।

जीने के है तीन निशान
रोटी कपड़ा और मकान।
बिना कपड़े और मकान के
इंसान जीत तो सकता है।
पर रोटी के बिना
इंसान जी नही सकता।
तभी तो रोटी की खातिर
दर दर की ठोकरे खाता है।
और पेट की आग बुझाने
कहाँ कहाँ नही जाता है।।

कुछ मिले या न मिले
पर रोटी की चाह रखता है।
जिसको खाकर ही अब
इंसान संसार में जी सकता है।
होता है अच्छे बुरे का ज्ञान
फिर गलत काम कर जाता है।
क्योंकि उसे पेट भूख मिटना है
और अपने को जिंदा रखना है।
इसलिए तो वो किसी भी
हद तक गिर जाता है।।

जय जिनेन्द्रा देव की
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

जो सबके होते हैं वो किसी के नहीं होते

Sat Aug 22 , 2020
जो सबके होते हैं वो किसी के नहीं होते लोग दिखते हैं जैसे अक्सर वैसे नहीं होते मेरे जैसे दिलफेंक भी होते हैं कुछ शायर ग़ज़ल लिखने वाले सब दिलजले नहीं होते इब्तिदा-ए-इश्क़ में होते हैं वैसे आशिक़ जिनके ख़त आँसुओं से भींगे नहीं होते आज जिनको प्यार है तुझसे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।