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श्रावण मास की रिमझिम फुहार
बादलो की गर्जना लगे झनकार
गुस्से में जब आ जाते है बादल
बिजली हम पर गिराते है बादल
होती है जन धन की भी हानि
आसमान से काल की यही कहानी
प्रकृति स्वयं बनाती है संतुलन
श्रावण में होते हरियाली उपवन
शिव साधना का समय भी यही है
मंगल कामना की घड़ी भी यही है
यादो में शिव को अपने बसा लो
श्रावण मास का पुण्य फल पा लो।
#श्रीगोपाल नारसन
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