
कोरोना बढ़ता ही जा रहा, रक्तबीज–जैसा देखो।
प्रभु ने सबको समय दिया है ,
भरसक लाभ उठाओ तो।।
जीवन की आपाधापी में सब, भूल गये थे अपनों को।
अब पूरा परिवार साथ मिल, आपस में प्यार लुटाओ तो।।
धर्म,कर्म,पूजन–अर्चन सब ,
छोड़छाड़ कर बैठे थे ।
पैसों के ख़ातिर लेकिन “मृदु” ,
प्रभु को नहीं भुलाओ तो।।
निर्मल पर्यावरण हो गया ,
चहुँ दिशि फैला प्रदूषण था।
घर-बाहर मत निकलो कोई,
छज्जों पर दीप जलाओ तो।।
भूखा न कोई सोने पाए,
रैन, दिना यह ध्यान रहे ।
दीन-दुखी की मदद करो नित,
इतना पुण्य कमाओ तो ।।
डॉ.मृदुला शुक्ला “मृदु”
लखीमपुर-खीरी