नारी

0 0
Read Time3 Minute, 4 Second


नारी रत्न अमूल्य धरा पर।
ईश्वर रूप सकल सचराचर।।
राम कृष्ण जन्माने वाली।
सृष्टि धर्म की सत प्रतिपाली।।१
. ✨✨✨✨
बेटी बहिन मात अरु दारा।
हर प्रतिरूप मनुज उद्धारा।।
नारी जग परहित तन धारी।
सुख दुख पीड़ा सहे दुधारी।।२
. ✨✨✨✨
द्वय घर की सब जिम्मेदारी।
बिटिया वहन करे वह सारी।।
पढ़ी लिखी जब होती नारी।
दो दो घर बनते संस्कारी।।३
. ✨✨✨✨
शान मान अरमान हमारी।
सुता बहिन पत्नी माँ नारी।।
त्याग मान मर्यादा मूरत।
हर नारी के झलके सूरत।।४
. ✨✨✨✨
शक्ति प्रदाता होती नारी।
बल पौरुष सर्वस दातारी।।
देश धरा अरु धर्म बचाती।
नारी हर कर्तव्य निभाती।।५
. ✨✨✨✨
सृष्टि चक्र संबल महतारी।
विधि ने रची धरा सम नारी।।
आदि शक्ति से मनु तन धारी।
रचे प्रथम नर अरु विधि नारी।।६
. ✨✨✨✨
नारी है हर नर की माता।
मानव तन की जीवन दाता।।
देव शक्ति बहु महापुरुष जन।
सृजित किए नारी ने जीवन।।७
. ✨✨✨✨
जीव जगत में है बहु प्राणी।
नारी है जग में कल्याणी।।
धीर धरा सम तन तपशीला।
नारी तन अनुपम प्रभु लीला।।८
. ✨✨✨✨
मनुज अंश धारे निज तन में।
निज जीवन भय करे न मन में।।
उदर भार सहती नौ महिने।
पीड़ा प्रसव अपरिमित सहने।।९
. ✨✨✨✨
नहीं धरा पर अस तन त्यागी।
नारि शक्ति जग हित बड़भागी।।
शिशु का पालन बहु कठिनाई।
सहज निभाए यथा मिताई।।१०
. ✨✨✨✨✨
सबला बन कर रहना नारी।
तव तन शक्ति छिपी है भारी।।
नर नारी द्वय रथ के पहिये।
कर सम्मान सुखी नर रहिये।।११

नाम–बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दादा साहेब फाल्के सम्मान महानायक को

Sun Sep 29 , 2019
सम्मान पर चर्चा से पहले दादा साहेब कौन थे और भारतीय सिनेमा में क्या योगदान था यह समझ लेते है, दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक या पिता कहे जाते है, भारतभूमि को पहली चलचित्र फीचर फ़िल्म इन्ही की सौगात थी, देश के सिनेमा का अति गौरवपूर्ण, प्रतिष्ठित सम्मान […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।