हमारे देश में मीडिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से काम करती है ।जहाँ तक हिन्दी की बात है यह हमारी मातृभाषा है।जो देश के सभी हिस्सो में बोली जाती है ।हिन्दी हमारी पहचान रही है ।बचपन से ही हमलोग पेपर या टीवी के समाचारो या सीरियल सिनेमा अथवा पत्रिकाओ को पढकर सामाजिक राजनीतिक और शैक्षणिक ज्ञान हासिल करते है जो प्रायः मीडिया हर रोज नये रूप और कलेवर के साथ हम तक पहुचाकर हमारी ज्ञान में वृद्धि करता रहा है ।आज के इस डीजिटल युग में हमलोग मीडिया पर आश्रित हो गये है।कहने का मतलब हम जो भी प्राप्त कर रहे सुनकर और देखकर वो हिन्दी मे ज्यादा होता है और समझ भी जल्दी आती है ।मीडिया के शुद्ध बोलचाल या लिखने से हमारी भी अशुद्धिया कम हो जाती है।जो कि एक गुरू के समान हमें टीच करता है।हमारी सास्कृतिक ऐतिहासिक और प्रचीन सभ्यता के बारे में भी यह हमें परिचय कराता रहता है।जिसका सबसे सशक्त माध्यम हिन्दी ही है।हिन्दी पत्र पत्रिकायें किसी अन्य भाषा की पत्र पत्रिकाओं से ज्यादा पढी और खरोदी जाती है वही हाल चैनलो का भी है।हिन्दी बिना मीडिया की कल्पना नही की जा सकती और मीडिया बिना हिन्दी के दोनो एक दूसरे के पूरक हैं।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति